शुक्रवार, 7 जनवरी 2022

दिल्ली हाई कोर्ट की बड़ी टिप्पणी: 'भावनाओं के आदान-प्रदान के बिना शादी महज एक कानूनी बंधन'

दिल्ली हाई कोर्ट (Delhi High Court) ने कहा कि एक शादी (Marriage) जहां न तो भावनाओं का आदान-प्रदान होता है, न ही सपनों, खुशियों, दुखों, यादों (खुश या उदास) को साझा किया जाता है, केवल एक कानूनी बंधन (Legal Bond) है.

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